अफ़्ज़ूँ हैं बयाँ से मोजिज़ात-ए-हैदर By Rubaai << तौहीद कहते हैं ब-सद-नाज़ मिरा न... >> अफ़्ज़ूँ हैं बयाँ से मोजिज़ात-ए-हैदर हलाल मुहिम्मात है ज़ात-ए-हैदर तौरेत इंजील और ज़बूर ओ क़ुरआन हैं एक रुबाई सिफ़ात-ए-हैदर Share on: