चौथी का जोड़ा Admin चाय का प्याला शायरी, Rubaai << गर्म हवा जो कोई कि आफ़त-ए-निहानी म... >> मकड़ी ने कहानी का बुना है जाला फिर आएगा शायद कोई दिल लूटने वाला जितने भी मधुर ख़्वाब दुखाए कोई इस को औरत ही को पीना है मगर ज़हर का प्याला Share on: