दर्द अपना कुछ और है दवा है कुछ और Admin टूटे दिल शायरी, Rubaai << देखूँ कब तक गुलों की ये त... छुट-भय्यों की शाइ'री ... >> दर्द अपना कुछ और है दवा है कुछ और टूटे हुए दिल का आसरा है कुछ और ऐसे वैसे ख़ुदा तो बहुतेरे हैं मैं बंदा हूँ जिस का वो ख़ुदा है कुछ और Share on: