देखो देखो हयात-ए-फ़ानी देखो Admin बाबा साहब की शायरी, Rubaai << जब गुलशन-ए-दहर में था मस्... आ दिल में फ़ज़ा-ए-तूर बन ... >> देखो देखो हयात-ए-फ़ानी देखो दरिया में हबाब की रवानी देखो ओ नाम पे ज़िंदगी के मरने वालो सर से वो गुज़र रहा है पानी देखो Share on: