दो दो मिरे मेहमान चले आते हैं By Rubaai << हर शाम हुई सिंगार करना भी... बाबुल के घर से जब आई उठ क... >> दो दो मिरे मेहमान चले आते हैं दोनों ही दिल ओ जान चले आते हैं साजन मिरे आए मिरा दिल लेने को जाँ लेने को भगवान चले आते हैं Share on: