ऐ पर्दा-नशीं सहल हुआ ये इश्काल Admin Rubaai << बानो ने कहा क़तरा नहीं शी... ऐ चश्म-ए-ग़मीं तेरे एवज़ ... >> ऐ पर्दा-नशीं सहल हुआ ये इश्काल दर-पर्दा नहीं वस्ल से कम तेरा ख़याल आईना-ए-दीदा के उधर फिरते हो उस तर्फ़ नज़र के है तिलिस्मात-ए-विसाल Share on: