गूँगे अल्फ़ाज़ को नवा देता है Admin Rubaai << बेहतर है यही कि अब अलीगढ़... 'अकबर' मुझे शक नह... >> गूँगे अल्फ़ाज़ को नवा देता है तख़ईल को तस्वीर बना देता है कर देता है खुफ़्तगाँ को शाएर बेदार मुर्दों को भी क़ुम कह के जिला देता है Share on: