है चाह ने उस की जब से की जा दिल में By Rubaai << चढ़ती हुई नद्दी है कि लहर... दोहराई है यादों ने कहानी ... >> है चाह ने उस की जब से की जा दिल में क्या क्या कहिए जो है मुहय्या दिल में जाती है जिधर निगाह अल्लाह अल्लाह आता है नज़र अजब तमाशा दिल में Share on: