है उन की यही ख़ुशी कि हम ग़म में रहें By Rubaai << जब तक तकलीफ़ दिल नहीं पात... रहमत का तेरे उम्मीद-वार आ... >> है उन की यही ख़ुशी कि हम ग़म में रहें हर वक़्त सदा-ए-अर्हम-अर्हम में रहें है मक़्सद-ए-दम कि दम न लें हम दम भर जब तक दम है तलाश-ए-हमदम में रहें Share on: