जब तक तकलीफ़ दिल नहीं पाता है By Rubaai << अब ये भी नहीं कि नाम तो ल... है उन की यही ख़ुशी कि हम ... >> जब तक तकलीफ़ दिल नहीं पाता है क्या क्या माँगूँ समझ में कब आता है मैं अपनी ज़रूरतों के एहसास में गुम और तू है कि बे माँगे दिए जाता है Share on: