इस दहर में अब किस पे भरोसा कीजे Admin खुद पर भरोसा शायरी, Rubaai << क्या तुम ने मिरा हाल-ए-ज़... इल्ज़ाम लगाया है तो साबित... >> इस दहर में अब किस पे भरोसा कीजे किस शख़्स का मुश्किल में सहारा कीजे है किस को ग़रज़ काम किसी के आए किस आस पर आवाज़ किसी को दीजे Share on: