अहवाल से कहा किसी ने ऐ नेक-शिआ'र Admin लाचार शायरी, Rubaai << ऐ बार-ए-ख़ुदा ये शोर-ओ-ग़... अहमद का मक़ाम है मक़ाम-ए-... >> अहवाल से कहा किसी ने ऐ नेक-शिआ'र तू एक को दो देख रहा है नाचार बोला कि अगर ऐब ये होता मुझ में दो चाँद जो हैं साफ़ नज़र आते चार Share on: