ऐ बार-ए-ख़ुदा ये शोर-ओ-ग़ौग़ा क्या है Admin नज़र शायरी, Rubaai << ऐ बे-ख़बरी की नींद सोने व... अहवाल से कहा किसी ने ऐ ने... >> ऐ बार-ए-ख़ुदा ये शोर-ओ-ग़ौग़ा क्या है क्या चीज़ तलब है और तमन्ना क्या है है कम-नज़री से इश्तियाक़-ए-दीदार जो कुछ है नज़र में ये तमाशा क्या है Share on: