जो है सो पस्त सब से आली तू है Admin जलाल लखनवी की शायरी, Rubaai << जो नख़्ल हो ख़ुश्क उस का ... है उन की नज़ाकतों का पाना... >> जो है सो पस्त सब से आली तू है शायान-ए-सिफ़ात-ए-ज़ुल-जलाली तू है नाक़िस है हर इक कमाल तेरे आगे सब को है ज़वाल ला-यज़ाली तो है Share on: