मैं ख़ाक था आदमी बनाया तू ने Admin कहा हो तुम शायरी, Rubaai << रहबान का क़ैस का महबूब है... जो नख़्ल हो ख़ुश्क उस का ... >> मैं ख़ाक था आदमी बनाया तू ने और ऐब-ए-मआसी को छुपाया तू ने क्या शुक्र अदा करूँ करम का तेरे इस काह को कोह कर दिखाया तू ने Share on: