मकशूफ़ हुआ कि दीद हैरानी है Admin नादानी की शायरी, Rubaai << मा'लूम का नाम है निशा... लाखों चीज़ें बना के भेजें... >> मकशूफ़ हुआ कि दीद हैरानी है मालूम हुआ कि इल्म नादानी है डाला है तलाश-ए-क़ुर्ब ने दूरी में मुश्किल है बड़ी यही कि आसानी है Share on: