मिलना किस काम का अगर दिल न मिले Admin Rubaai << नाला तेरा नाज़ से बाला है अंदाज़-ए-जफ़ा बदल के देखो... >> मिलना किस काम का अगर दिल न मिले चलना बेकार है जो मंज़िल न मिले वस्त-ए-दरिया में ग़र्क़ होना बेहतर उस कि नज़र में आ के साहिल न मिले Share on: