रोना है बदा जिन्हें वो जम जम रोएँ Admin Rubaai << वल्लाह ये ज़िंदगी भी है क... मुश्किल कोई मुश्किल नहीं ... >> रोना है बदा जिन्हें वो जम जम रोएँ जब ऐश मुहय्या हो तो हम क्यूँ खोएँ फ़र्दा मा'लूम ओ राज़-ए-फ़र्दा मा'लूम रात अपनी है फिर क्यूँ न मज़े से सोएँ Share on: