रुकता नहीं इंक़लाब चारा क्या है Admin Rubaai << सच है कि उन्हों ने मुल्क ... रोज़ी मिल जाए माल-ओ-दौलत ... >> रुकता नहीं इंक़लाब चारा क्या है हैराँ हैं मलक बशर बेचारा क्या है तस्कीं के लिए मगर है काफ़ी ये ख़याल जो कुछ है ख़ुदा का है हमारा क्या है Share on: