सौ तरह का मेरे लिए सामान क्या By Rubaai << शहरों में फिरे न सू-ए-सहर... साक़ी के करम से फ़ैज़ ये ... >> सौ तरह का मेरे लिए सामान क्या पूरा इक उम्र का अरमान क्या सय्यद से मिला प मदरसा भी देखा 'हाली' ने अजब तरह का एहसान किया Share on: