तन ऐश का घर है इस का अस्बाब है रूह By Rubaai << सैलाब-ए-बला रक़्स न फ़रमा... अख़्तर से भी आबरू में बेह... >> तन ऐश का घर है इस का अस्बाब है रूह मीना है ये और बादा-ए-नाब है रूह या चंग मानी-ए-अज़ल में 'शहबाज़' ये तन है रुबाब इस की मिज़राब है रूह Share on: