यूसुफ़ को उस अंजुमन में क्या ढूँढता है Admin सरदार अंजुम शायरी, Rubaai << हर महफ़िल से ब-हाल-ए-ख़स्... वल्लाह ये ज़िंदगी भी है क... >> यूसुफ़ को उस अंजुमन में क्या ढूँढता है हंगामा-ए-मा-ओ-मन में क्या ढूँढता है नैरंग-ए-तमाशा है हिजाब-ए-मा'नी तस्वीर के पैरहन में क्या ढूँढता है Share on: