न हाथ थाम सके न पकड़ सके दामन Admin Sad << हर एक चेहरे पे गुमान उसक... न हाथ थाम सके न पकड़ सके दामनबहुत ही क़रीब से गुज़र कर बिछड़ गया कोई। This is a great दामन पर शायरी. Share on: