आग़ाज़-ए-मोहब्बत से अंजाम-ए-मोहब्बत तक By Sher << ये वक़्फ़ा साअ'तों का... फ़रिश्ते से बढ़ कर है इंस... >> आग़ाज़-ए-मोहब्बत से अंजाम-ए-मोहब्बत तक ''इक आग का दरिया है और डूब के जाना है' Share on: