आह मर्ग-ए-आदमी पर आदमी रोए बहुत By Sher << जल्वा बे-बाक अदा शोख़ तमा... शेर से शाइरी से डरते हैं >> आह मर्ग-ए-आदमी पर आदमी रोए बहुत कोई भी रोया न मर्ग-ए-आदमिय्यत के लिए Share on: