आख़िर मिले हैं हाथ किसी काम के लिए By Sher << करने को कुछ नहीं है नए सा... वो चाँदनी वो तबस्सुम वो प... >> आख़िर मिले हैं हाथ किसी काम के लिए फाड़े अगर न जेब तो फिर क्या करे कोई Share on: