आँखों में तिरी शक्ल है दिल में है तिरी याद By Sher << आराम अपने बस का है बस मैं... ज़हर का जाम ही दे ज़हर भी... >> आँखों में तिरी शक्ल है दिल में है तिरी याद आए भी तो किस शान से फ़ुर्क़त के दिन आए Share on: