आलूदा-ब-ख़ूँ चश्म से टपके है जो आँसू By Sher << आँख लगती नहीं 'जुरअत&... आलम-ए-मस्ती में मेरे मुँह... >> आलूदा-ब-ख़ूँ चश्म से टपके है जो आँसू सब कहते हैं हैरत से ये मोती है कि मूँगा Share on: