आँखें हैं और धूल भरा सन्नाटा है By Sher << भर जाएँगे जब ज़ख़्म तो आऊ... शाएरी झूट सही इश्क़ फ़सान... >> आँखें हैं और धूल भरा सन्नाटा है गुज़र गई है अजब सवारी यादों वाली Share on: