आप तशरीफ़ लाए थे इक रोज़ By Sher << ज़िंदगी! तुझ सा मुनाफ़िक़... इस अदा से मुझे सलाम किया >> आप तशरीफ़ लाए थे इक रोज़ दूसरे रोज़ ए'तिबार हुआ Share on: