आँसू आँसू जिस ने दरिया पार किए By Sher << नुमू के रब कभी उस मुंसिफ़... एक दिन ग़र्क़ न कर दे तुझ... >> आँसू आँसू जिस ने दरिया पार किए क़तरा क़तरा आब में उलझा बैठा है Share on: