आया है इक राह-नुमा के इस्तिक़बाल को इक बच्चा By Sher << आठवाँ रंग क्या दिया उस ने अजब सी आग थी जलता रहा बदन... >> आया है इक राह-नुमा के इस्तिक़बाल को इक बच्चा पेट है ख़ाली आँख में हसरत हाथों में गुल-दस्ता है Share on: