अब आया ध्यान ऐ आराम-ए-जाँ इस ना-मुरादी में By Sher << कोई दीवाना कहता है कोई पा... मुर्दा पड़े थे लोग घरों क... >> अब आया ध्यान ऐ आराम-ए-जाँ इस ना-मुरादी में कफ़न देना तुम्हें भूले थे हम अस्बाब-ए-शादी में Share on: