कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है By Sher << खुली ज़बान तो ज़र्फ़ उन क... अब आया ध्यान ऐ आराम-ए-जाँ... >> कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है Share on: