अब धनक के रंग भी उन को भले लगते नहीं By Sher << हम ने बे-इंतिहा वफ़ा कर क... दश्त-ए-वहशत-ख़ेज़ में उर्... >> अब धनक के रंग भी उन को भले लगते नहीं मस्त सारे शहर वाले ख़ून की होली में थे Share on: