अब मुझ से ये दुनिया मिरा सर माँग रही है By Sher << बुतान-ए-हिन्द मिरे दिल मे... किस ज़ालिम ने पर पेड़ों क... >> अब मुझ से ये दुनिया मिरा सर माँग रही है कम्बख़्त मिरे आगे सवाली ही रहेगी Share on: