तवज्जोह चारा-गर की बाइस-ए-तकलीफ़ है 'बेख़ुद' By Sher << ऐ दिल की ख़लिश गर यूँही स... अब के सावन में शरारत ये म... >> तवज्जोह चारा-गर की बाइस-ए-तकलीफ़ है 'बेख़ुद' इज़ाफ़ा है मुसीबत में दवाओं का असर करना Share on: