अभी बहार ने सीखी कहाँ है दिल-जूई By Sher << अजीब भूल-भुलय्याँ है शाहर... यारों के इख़्लास से पहले ... >> अभी बहार ने सीखी कहाँ है दिल-जूई हज़ार दाग़ अभी क़ल्ब-ए-लाला-ज़ार में हैं Share on: