अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा By Sher << बदन को रौंदने वालो ज़मीर ... कहीं कहीं कोई तारा कहीं क... >> अभी ज़िंदा है माँ मेरी मुझे कुछ भी नहीं होगा मैं घर से जब निकलता हूँ दुआ भी साथ चलती है Share on: