अभी सफ़र में कोई मोड़ ही नहीं आया By सफ़र, Sher << शाम आए और घर के लिए दिल म... अब जी में है कि उन को भुल... >> अभी सफ़र में कोई मोड़ ही नहीं आया निकल गया है ये चुप-चाप दास्तान से कौन Share on: