दिल की धड़कन को सुना ग़ौर से कल रात 'अदील' By लव, रोमांटिक, Sher << एहसान-ए-रब मोहब्बतें इतनी... दे हौसले की दाद के हम तेर... >> दिल की धड़कन को सुना ग़ौर से कल रात 'अदील' जिस को मैं ढूँढता रहता हूँ बसा है मुझ में Share on: