कब भटक जाए 'आफ़्ताब' हुसैन By Sher << यूँ तो पत्थर बहुत से देखे... जाने किस रंग से रूठेगी तब... >> कब भटक जाए 'आफ़्ताब' हुसैन आदमी का कोई भरोसा नहीं Share on: