अगर है इंसान का मुक़द्दर ख़ुद अपनी मिट्टी का रिज़्क़ होना By Sher << दो-शाला शाल कश्मीरी अमीरो... शाहराहें दफ़अ'तन शो&#... >> अगर है इंसान का मुक़द्दर ख़ुद अपनी मिट्टी का रिज़्क़ होना तो फिर ज़मीं पर ये आसमाँ का वजूद किस क़हर के लिए है Share on: