अगर हयात है देखेंगे एक दिन दीदार By Sher << हर इक दाग़-ए-तमन्ना को कल... ख़ाकिस्तर-ए-दिल में तो न ... >> अगर हयात है देखेंगे एक दिन दीदार कि माह-ए-ईद भी आख़िर है इन महीनों में Share on: