ऐ तराह-दार-ए-इश्वा-तराज़-ए-दयार-ए-नाज़ By अदा, Sher << बे-सुतूँ इक नवाही में है ... आज लब-ए-गुहर-फ़िशाँ आप ने... >> ऐ तराह-दार-ए-इश्वा-तराज़-ए-दयार-ए-नाज़ रुख़्सत हुआ हूँ तेरे लिए दिल-गली से मैं Share on: