ऐसी ग़ुर्बत को ख़ुदा ग़ारत करे By Sher << जी जलाएगा ये आवारा ओ बे-द... करता है लहू दिल को हर इक ... >> ऐसी ग़ुर्बत को ख़ुदा ग़ारत करे फूल भेजवाने की गुंजाइश न हो Share on: