ऐसी ख़ुशियाँ तो किताबों में मिलेंगी शायद By Sher << बहुत सी बातें ज़बाँ से कह... बाक़ी अभी क़फ़स में है अह... >> ऐसी ख़ुशियाँ तो किताबों में मिलेंगी शायद ख़त्म अब घर का तसव्वुर है मकाँ बाक़ी है Share on: