अजब बहार दिखाई लहू के छींटों ने By Sher << देखा नहीं वो चाँद सा चेहर... यक़ीं ख़ुद उठ गया है मुझ ... >> अजब बहार दिखाई लहू के छींटों ने ख़िज़ाँ का रंग भी रंग-ए-बहार जैसा था Share on: