देखा नहीं वो चाँद सा चेहरा कई दिन से By Sher << दूर साहिल से कोई शोख़ इशा... अजब बहार दिखाई लहू के छीं... >> देखा नहीं वो चाँद सा चेहरा कई दिन से तारीक नज़र आती है दुनिया कई दिन से Share on: