अजीब ख़्वाब था आँखों में नींद छोड़ गया By Sher << ज़रा सी चाय गिरी और दाग़ ... दर्द-ए-दिल और जान-लेवा पु... >> अजीब ख़्वाब था आँखों में नींद छोड़ गया कि नींद गुज़री है मुझ को ज़लील करते हुए Share on: